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वेरीसाइन के बारे में अधिक जानकारी


ऑनलाइन एसबीआई के जरिये आपको पूरी तरह से सुरक्षित मध्यम पर लेनदेन कर सकते हैं जिसमें सुरक्षा की बहुत ही कड़ी व्यवस्थाएँ की गई हैं। यह आपके सभी लेनदेनों को इंटरनेट पर सुरक्षा के उच्चतम स्तर के माध्यम एसएसएल एन्क्रिप्टेड माध्यम (128 बिट की न्यूनतम से अधिकतम 256 बिट एसएसएल टनेल ) द्वारा सुरक्षित रखती है ।

  1. ईवी – एसएसएल सर्टिफिकेट आपके सर्वर की प्रामाणिकता का प्रमाण होता है जो प्रयोक्ता को अनधिकृत साइट पर भरोसा करने से रोकता है तथा सत्र को एन्क्रिप्टेड कर सुरक्षा प्रदान करता है ।
    1. यह विश्व के अग्रणी इंटरनेट प्रमाणन प्राधिकरण द्वारा दिया गया है, जो वेरी साईन के रूप में जानी जाती है ।
    2. पैडलॉक को या तो एड्रेस बार या स्टेटस बार (ज्यादातर एड्रेस बार) में देखें परंतु वेब पेज प्रदर्शन क्षेत्र के भीतर नहीं। पैडलॉक पर क्लिक करके सुरक्षा प्रमाणपत्र का सत्यापन कर लें।
    3. लॉक पर क्लिक करने पर आपको वेरीसाइन प्रमाणपत्र दिखाई देगा जिसमें साइट को प्रमाणित किया गया होगा।
    4. हालांकि हम आपके ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए उपाय करते हैं, आप भी अपने लेनदेन की सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियाँ बरत सकते हैं ।
  2. प्रत्येक ग्राहक को एक यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाता है। यह पासवर्ड इस प्रकार से आवंटित किया जाता है कि यह केवल आपको मालूम हो । इसके अलावा हम अनधिकृत प्रवेश या देखा जाना रोकने के निम्न तरीके अपनाते हैं :
    1. आपके पासवर्ड अनुमान लगाने तथा आपके खाते पर अनधिकृत पहुँच ( एक्सेस)प्राप्त करने से किसी को रोकने के लिए इससे जुड़े यूजर आईडी लगातार तीन गलत पासवर्ड की प्रविष्टियाँ करने के बाद तुरंत लॉक कर दिया जाता है ।
    2. आपके कंप्यूटर पर काम नहीं किए जाने की दशा में आपके नेट बैंकिंग खाते को अनधिकृत व्यक्ति द्वारा देखने से रोकने के लिए कंप्यूटर के निष्क्रिय रहने के लिए दिए गए पाँच मिनट के समय के बाद सत्र समाप्त कर दिया जाता है ।

  1. सुरक्षित ऑनलाइन बैंकिंग के लिए सुरक्षा संबंधी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
    1. केवल अपने ब्राउज़र के एड्रेस बार में यूआरएल टाइप करके ही अपने बैंक की वेबसाइट खोलें।
    2. इस साइट का उपयोग करने के लिए किसी ई-मेल संदेश में प्राप्त किसी लिंक पर क्लिक न करें।
    3. स्टेट बैंक कभी भी ऐसा कोई ई-मेल और उससे संलग्न लिंक नहीं भेजता जिसमें आपके निजी, गोपनीय और सुरक्षा के विवरण को अद्यतन (अपडेट) या सत्यापित (वेरीफाई) करने के लिए कहा गया हो। अगर कभी इस तरह के ई मेल / फोन कॉल / एसएमएस आपको मिलता है तो इसका जवाब कभी नहीं दें ।
    4. आपको अगर अपने बैंक की साइट से व्यक्तिगत जानकारी देने, अपने खाते के विवरण को अद्यतन (अपडेट) करने या उससे जुड़ी सूचनाएँ देने के लिए ई मेल / एसएमएस / फोन कॉल प्राप्त होता है तथा उसमें इनाम देने की बात कही जाती है तो कभी भी इस लालच में नहीं फँसें।
    5. निम्नलिखित के उपलब्ध होने पर आपकी इंटरनेट सुरक्षा बेहतर हो जाएगी:
      1. नवीनतम सुरक्षा व्यवस्था वाले ऑपरेटिंग सिस्टम का नया संस्करण लगाएँ .
      2. ब्राउज़र्स के नवीनतम संस्करण ( IE 7.0 और इसके बाद के संस्करण, मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स 3.1 या इसके ऊपर, ओपेरा 9.5 या इससे ऊपर, सफारी 3.5 या इससे ऊपर, गुगल क्रोम आदि )
      3. फ़ायरवॉल सक्रिय किया गया हो।
      4. एंटीवायरस सिग्नेचर्स को सक्रिय कर दिया गया हो।
    6. अपने कंप्यूटर को प्रतिदिन एंटीवायरस से स्कैन कर सुनिश्चित करें कि आपका कंप्यूटर वायरस / ट्रोजन मुक्त है ।
    7. समय-समय पर अपना इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड बदलें।
    8. हमेशा पोस्ट – लॉग इन पेज में पिछले लॉग इन की तिथि और समय देख लें।
    9. साइबर कैफे या साझा पीसी से इंटरनेट बैंकिंग खातों को लॉग इन करने से बचें।
  2. अब ऑनलाइन एसबीआई EV-SSL प्रमाणित है
    1. एक्स्टेंडेड वेलीडेशन एसएसएल क्या है ?

      एक्स्टेंडिड वेलीडेशन एसएसएल सर्टिफिकेट द्वारा आपको उच्च सुरक्षा वाले वेब ब्राउज़र की जानकारी मिल जाती है जिससे आप किसी वेबसाइट की संगठनात्मक पहचान के प्रति आश्वस्त हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप एक्स्टेंडिड वेलीडेशन स्टैंडर्ड को पूरा करने वाली एसएसएल सर्टिफिकेट द्वारा सुरक्षित किसी वेबसाइट को देखने के लिए माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्स्प्लोरर 7 का उपयोग करते हैं तो आईई7 यूआरएल एड्रेस बार को हरे रंग की कर देता है। हरे रंग वाली बार के बाद एक वैकल्पिक टॉगल प्रदर्शित होगा जिसमें सर्टिफिकेट की सूची में दिया गया संगठन का नाम और सर्टिफिकेट अथॉरिटी (उदाहरण के लिए वेरीसाइन) प्रदर्शित होगा। फ़ायरफ़ॉक्स 3 में भी एक्स्टेंडिड वेलीडेशन एसएसएल लागू होता है। अन्य ब्राउज़र के आगामी संस्करण में भी एक्स्टेंडिड वेलीडेशन की पेशकश किए जाने की उम्मीद है। पुराने ब्राउज़र में एक्स्टेंडिड वेलीडेशन एसएसएल सर्टिफिकेट प्रदर्शित होंगे जिनमें मौजूदा एसएसएल सर्टिफिकेट जैसे सुरक्षा प्रतीक प्रदर्शित होंगे।