खाता देखना / खाता विवरण

ऑनलाइन एसबीआई में आपको अपने किसी भी खाते का एक निर्धारित अवधि का खाता-विवरण मिल सकता है। इस विवरण में लेन-देन का ब्योरा, खाते का प्रारंभिक शेष, अंतिम शेष और संचित शेष रहता है।

पैसा ट्रांस्फर करना

अब आप इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से पैसा ट्रांस्फर करने की अनेक प्रकार की सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।

एक वेब आधारित प्लेटफॉर्म के माध्यम से निम्नलिखित सेवाएँ प्राप्त की जा सकती हैं:

  1. आप भारतीय स्टेट बैंक में खोले गए स्वयं के और अन्य खातों में, अन्य बैंकों के खातों में और स्टेट बैंक समूह के खातों में पैसा ट्रांस्फर कर सकते / सकती हैं।
  2. आप मर्चेंट भुगतान सीमा में अपने जरूरी बिलों का ऑनलाइन भुगतान कर सकते / सकती हैं।
  3. किसी भी वीज़ा क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करें (सरल उत्पाद में उपलब्ध)।
  4. धार्मिक और परमार्थ संस्थाओं को दान करें।

इन सेवाओं के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया निम्नलिखित लिंक पर नज़र डालें

  1. NEFT/RTGS FAQ
  2. State Bank Group Transfer FAQ
मांग ड्राफ्ट / बैंकर्स चैक के लिए अनुरोध

ऑनलाइन एसबीआई के द्वारा ग्राहक मांग ड्राफ्ट / बैंकर्स चैक ऑनलाइन जारी करने की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। ग्राहक शाखा से डीडी/बीसी कलेक्ट कर सकते हैं या लाभार्थी को सीधे कुरियर द्वारा डीडी / बीसी प्रेषित करने का शाखा को आदेश दे सकते हैं।

जरूरी बिलों का भुगतान

बिल का भुगतान

ऑनलाइन एसबीआई के माध्यम से किन-किन श्रेणी के बिलरों को भुगतान किया जा सकता है यह देखने के लिए कृपया यहां क्लिक करें ।

जरूरी बिलों का भुगतान

अपने बिलों को ऑनलाइन प्राप्त करने और उनका भुगतान करने के लिए एक आसान और सुविधाजनक सेवा। आपको ऑनलाइन एसबीआई के माध्यम से अपने बिलर को पंजीकृत करना होगा और आप अगली बिलिंग अवधि से बिलों का भुगतान कर पाएँगे।

ऑनलाइन बिल भुगतान के लाभ

  1. आपके भुगतानों में कभी विलंब नहीं होगा
  2. आपको किसी कतार में नहीं खड़ा होना पड़ेगा
  3. आपको चेक जमा करने के कोई झंझट नहीं झेलना पड़ेगा

व्यापार और विस्तार सुविधा वाले कारपोरेट भी बिलों का भुगतान Merchant Payment Limits.का उपयोग कर कर सकते हैं।

मर्चेंट भुगतान सीमाओं के लाभ

  1. बिलों का भुगतान करने के लिए अगली बिलिंग तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
  2. भुगतान करने के लिए सुरक्षित तरीका क्योंकि मेकर एवं चेकर को इस प्रक्रिया में को शामिल नहीं किया जाता।
  3. सरकारी करों का भुगतान भी किया जा सकता है।
फाइल अपलोड के माध्यम से थोक लेनदेन

आसानी से थोक लेनदेन करने के लिए ऑनलाइन एसबीआई में वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेनों वाली निम्नलिखित फाइलों को अपलोड करने की सुविधा उपलब्ध है:

  1. बैंक के भीतर और बैंक के बाहर पैसा ट्रांस्फर करना - उदाहरण के लिए वेतन भुगतान, विक्रेताओं को भुगतान आदि।
  2. डिमांड ड्राफ्ट जारी करने के लिए अनुरोध
  3. कर भुगतान - सीबीडीटी और सीबीईसी
  4. प्रत्यक्ष नामे जिसके द्वारा आपूर्तिकर्ता डीलरों के खाते को नामे कर सकते हैं।
  5. लाभार्थी - नाम जोड़ना और मिटाना
  6. बिलरों का पंजीकरण
  7. पूर्व भुगतान कार्डों का टॉप अप
  8. ग्राहक ईआरपी से इंटरनेट सिस्टम से फाइल अपलोड का स्वचालन (ऑटोमेशन) भी संभव।

व्यापार और विस्तार सुविधाओं का उपयोग कर रहे कारपोरेटों के लिए लागू है।

प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर भुगतान

Direct Taxes: Income Tax, TDS, Corporate Tax

Pay income tax, advance tax and other direct taxes through the official Income Tax portal

Suitable for

Payment Process


Indirect: GST, Customs, Excise, Service Tax

To Pay Goods and Service Tax (GST) online

Suitable for

Required Information

Link:


To Pay Other Indirect Tax online


डायरेक्ट डेबिट
  1. डायरेक्ट डेबिट, विस्तार की सुविधा युक्त और अपने डीलर्स को माल की आपूर्ति करने वाले कॉर्पोरेट्स (आपूर्तिकर्ता) को दी एक सुविधा है (डीलर्स द्वारा इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा का लाभ उठाना जरूरी नहीं है) जिसके द्वारा कॉर्पोरेट्स (आपूर्तिकर्ता) विभिन्न स्थानों पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में खोले गए डीलरों के खातों को सीधे नामे कर सकते हैं।
  2. इस सुविधा में आपूर्तिकर्ता और बैंक एक द्विपक्षीय समझौता करेंगे जिसके आधार पर डीलर, एक नियत सीमा तक अपने खाते को नामे करने के लिए आपूर्तिकर्ता को आदेश देगा।
  3. उदाहरण: कंपनी 'ए' (आपूर्तिकर्ता) अपने डीलर 'बी' (डीलर) को पेट्रोल की आपूर्ति करती है। पारंपरिक विधि: 'बी' अपने बैंक पहुंचता है और एक मांग ड्राफ्ट लेता है और मांग-फॉर्म भरता है और उसे 'ए' को भेज देता है। 'ए' उसके बाद मांग ड्राफ्ट को अपने बैंक में जमा कर देता है और मांग ड्राफ्ट की राशि प्राप्त करने के बाद पेट्रोल की आपूर्ति करता है।
  4. "एसबीआई डाइरैक्ट डेबिट" के मामले में यह कार्य इस प्रकार होगा:
  5. 'बी' पेट्रोल के लिए ऑनलाइन / टेलीफोन पर / फैक्स द्वारा (किसी भी माध्यम से) आदेश देता है। 'ए' ऑनलाइन एसबीआई के माध्यम से डीलर के खाते को नामे करता है। जमा की पुष्टि होने के पश्चात 'ए', 'बी' को पेट्रोल की आपूर्ति करता है। इसे 'ई संग्रह के पुल मेथड' के नाम से भी जाना जाता है।
प्रबंध सूचना प्रणाली रिपोर्टें (एमआईएस रिपोर्ट)

कॉर्पोरेट द्वारा अपने इंटरफेस के माध्यम से एमआईएस को डाउनलोड किया जा सकता है। डिफ़ॉल्ट एमआईएस के अंतर्गत एसबीआई संदर्भ संख्या और लेनदेन की स्थिति के साथ कॉर्पोरेट ग्राहक द्वारा अपलोड किया गया डाटा शामिल है। यदि ग्राहक को किसी अलग फ़ारमैट में एमआईएस की आवश्यकता हो तो उसे इंटरनेट बैंकिंग विभाग को अपने फ़ारमैट के बारे में बताना होगा और तदनुसार बैक ऑफिस से 'रिवर्स फाइल कनफिगरैशन ' किया जाता है। एमआईएस को एक्सएमएल फॉर्मेट में कॉर्पोरेट यूआरएल पर सीधे पोस्ट किया जा सकता है। एमआईएस को, एसएफ़टीपी क्लाईंट का प्रयोग करते हुए सुरक्षित फ़ाइल स्थानांतरण प्रोटोकॉल के माध्यम से कॉरपोरेट सर्वर को भी भेजा जा सकता है।

होस्ट टू होस्ट इंटिग्रेशन

यदि ग्राहकों के पास ईआरपी प्रणाली है तो ईआरपी प्रणाली में सुरक्षा विशेषताएं अंतर्निहित हैं। फ़ाइल को सुरक्षित तरीके से ईआरपी प्रणाली से ऑनलाइन एसबीआई प्रणाली में अंतरित करने के लिए हम निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करते हैं:

  1. एन्क्रिप्टेड फ़ाइल को अप लोड करना : फ़ाइल को एन्क्रिप्ट करने के लिए ग्राहक अपनी स्वयं की विधि से एन्क्रिप्शन कर सकते हैं या एसबीआई द्वारा यह सुविधा प्रदान की जा सकती है। हम सिमेट्रिक और असिमेट्रिक (डिजिटल सर्टिफिकेट्स) दोनों ही प्रकार के एन्क्रिप्शन के साथ सुविधा प्रदान कर सकते हैं।
  2. ग्राहक के ईआरपी से एसबीआई के एसएफ़टीपी सर्वर पर फाइलों का स्वत: अपलोड होना : एसएफ़टीपी क्लाईंट का प्रयोग करते हुए सुरक्षित फ़ाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल के माध्यम से कॉर्पोरेट्स ईआरपी प्रणाली और एसबीआई के सर्वर के बीच फ़ाइल का अबाधित अंतरण किया जाएगा। एसबीआई कॉर्पोरेट के गेटवे सर्वर में एसएफ़टीपी क्लाईंट प्रतिस्थापित करेगा। एसबीआई सर्वर को फ़ाइल भेजने एवं एसबीआई सर्वर से फ़ाइल प्राप्त करने के लिए कॉर्पोरेट द्वारा फ़ाइलों को पुश एवं पुल किए जाने की समय सीमा निर्दिष्ट की जा सकती है।
  3. एसएपी में अंतर्निहित एन्क्रिप्शन सुविधा है। यदि ग्राहकों द्वारा एसएपी ईआरपी सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है तो एन्क्रिप्शन के लिए अन्य 'की' का उपयोग किए बिना एसएपी एन्क्रिप्टेड फाइल को ऑनलाइन एसबीआई प्रणाली में अपलोड कर सकते हैं। ऑनलाइन एसबीआई प्रणाली द्वारा एसएपी एन्क्रिप्टेड फ़ाइलों को प्रोसेस किया जा सकता है।
डीमैट खाता देखने की सुविधा

कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग आपको, अपने कॉर्पोरेट डीमैट खाते को ऑनलाइन देखने की सुविधा प्रदान करती है। आप अपने खाते के विवरण को देख सकते हैं और निम्नलिखित विवरणियाँ ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।

  1. शेयर धारिता के विवरण
  2. लेनदेन के विवरण
  3. बिलिंग के विवरण